<<< मकर संक्रांति – गंगे तव स्मरणात् मुक्ति: >>> रात में जब भी नींद खुली, प्रयाग की ओर जाती रेलगाड़ियां बोझिल और उल्टी दिशा वाली फर्राटे से गुजरती सुनाई दीं। प्रयाग जाने वाली सभी सामान्य और मेला स्पेशल ट्रेने हर स्टेशन पर रुक रही होंगी – इस कटका स्टेशन पर भी। वापसी में खाली गाड़ियांContinue reading “मकर संक्रांति – गंगे तव स्मरणात् मुक्ति:”
