<<< 5 जून: मालवा के पठार की नदियों के इर्दगिर्द >>> बडेल से जंगल में आगे चले प्रेम बाबाजी। उनकी लाइव लोकेशन नहीं मिल रही थी, पर जब उन्होने चित्र भेजे और बात की तब उनके बारे में पता चला। इस इलाके के जंगल तो हैं ही, नदियां भी हैं। प्रेमसागर ने ज्यादा ध्यान देContinue reading “बडेल से रतनपुरा (रतनिया)”
