क्या खाक मौज लेंगे? हम तो टेन्स हो गये!


कल की पोस्ट पर फुरसतिया ने देर रात टिप्पणी ठेली है। वह भी ई-मेल से। लिखा है – बाकी ज्ञानजी आप बहुत गुरू चीज हैं। लोग समझ रहे हैं कि आप हमारी तारीफ़ कर रहे हैं लेकिन सच यह है कि आप हमको ब्लागर बना रहे हैं। आपने लिखा- “इस सज्जन की ब्रिलियेन्स (आप उसेContinue reading “क्या खाक मौज लेंगे? हम तो टेन्स हो गये!”

अनूप सुकुल से एक काल्पविक बातचीत


मैने पाया कि धीरे धीरे मेरे पास ब्लॉग जगत के लोगों के कुछ सज्जनों के फोन नम्बर संग्रहित हो गये हैं। कुछ से यदा-कदा बातचीत हो जाती है। जिनसे नहीं मिले हैं, उनके व्यक्तित्व का अनुमान उनकी आवाज से लगाने का यत्न करते हैं। उस दिन एक सज्जन का फोन था, जिनकी मैं चाह करContinue reading “अनूप सुकुल से एक काल्पविक बातचीत”

पिछले एक महीने में सर्वाधिक पढ़ी गयी पोस्टें


पिछले ३० दिनों में सर्वाधिक पढ़ी जाने वाली मेरी ब्लॉग पोस्टें, जैसा फीडबर्नर ने सम्पादित किया है; निम्न हैं:  १. अहिन्दी भाषी श्री जी. विश्वनाथ का परिचय…२. अशोक पाण्डेय, उत्कृष्टता, खेतीबाड़ी और द…३. iGoogle से ब्लॉगस्पॉट में पोस्टिंग का ग…४. मिलिये स्वघोषित भावी प्रधानमन्त्री से!५. बंदर नहीं बनाते घर – क्या किया जाये? ६. जेफ्रीContinue reading “पिछले एक महीने में सर्वाधिक पढ़ी गयी पोस्टें”

Design a site like this with WordPress.com
Get started