जो भी है, बड़ी फैसिनेटिंग है! प्री-पोस्ट त्वरित टिप्पणी – कर दो पोस्ट। क्या फरक पड़ता है। तुम सब आधे दिमाग के लोग हो – रीता पाण्डेय। (लिंकित पोस्ट पर जाने के लिये चित्र क्लिक करें)
भारतीय रेल का पूर्व विभागाध्यक्ष, अब साइकिल से चलता गाँव का निवासी। गंगा किनारे रहते हुए जीवन को नये नज़रिये से देखता हूँ। सत्तर की उम्र में भी सीखने और साझा करने की यात्रा जारी है।
जो भी है, बड़ी फैसिनेटिंग है! प्री-पोस्ट त्वरित टिप्पणी – कर दो पोस्ट। क्या फरक पड़ता है। तुम सब आधे दिमाग के लोग हो – रीता पाण्डेय। (लिंकित पोस्ट पर जाने के लिये चित्र क्लिक करें)