मैने कोविड के दौरान चीनी महिला फैंग फैंग की वूहान डायरी पढ़ी। उसमें वे आपसी संवाद के लिये वीचैट की चर्चा जब तब करती हैं। वीचैट बहुधा उनकी चैट मॉडरेट कर उतार दिया करता था। पर फिर भी मुझे लगता था कि चीन के पास अपना चैट एप्प है और भारत के पास नहीं। उसमें ह्वाट्सएप्प का नाम कभी नहीं आया। चीन के लोग फिरंगी एप्प का प्रयोग करते ही नहीं।
अब जब भारत में जोहो वाले अरट्टे (या अरट्टई) ले आये हैं तो मन गदगदायमान हो गया है। जियो भईया श्रीधर वेम्बू जी! अरट्टे लाने के लिये। और यहां यह भी टंटा नहीं लगता कि अरट्टे वाले या भारत की सरकार हमारी चैट मॉडरेट करेगी! इसमें मैसेज एनक्रिप्टेड तो हैं पर जैसा एक्स्पर्ट कहते हैं एंड टू एंड एनक्रिप्टेड (E2EE) नहीं हैं। जोहो वह भी जल्दी कर देगा।
वैसे हम जैसे लोग जो किसी भी वेब साइट पर ढेर सारी कुकीज़ परमीशन बिना सोचे लप्प से दे कर आगे बढ़ते हैं, उन्हें इस कमी से बहुत फर्क नहीं पड़ता।
कल मैने अरट्टे पर अपना, अपनी पत्नीजी का और अपनी पोती पद्मजा का अकाउंट बनाया। अब सोचा है कि रोज पद्मजा को वीडियो कॉल के माध्यम से पढ़ाने के लिये गूगल मीट या ह्वाट्सएप्प की बजाय अरट्टै का इस्तेमाल करूंगा।
कभी मेरे यहां या कभी पद्मजा के यहां सिगनल कमजोर होता है। उस दशा में अरट्टे, ह्वाट्सएप्प की बजाय बेहतर काम करेगा। यह भारतीय दशा के लिये ज्यादा अनुकूलित है।
पुलियाबाजी पॉडकास्ट वाले अपनी बतकही शुरू करते हैं – “ख्याति क्या हालचाल” से! शुरुआत से ही पता चलता है कि उनके दो अन्य प्राणी (प्रणय और सौरभ) चकाचक हैं। एक गेस्ट भी फीचरिंग के लिये प्री प्लांड है। फिर भी प्रणय सिगनेचर वाक्य दोहराते हैं – भाई हम हिंदुस्तानियों को बतियाना बड़ा पसंद है। इसके लिये हर भाषा में एक शब्द है – बंगला में अड्डा, उड़िया में खोट्टी, कनड्डा में हर्टे और हिंदी में पुलियाबाजी।
पर ये अंगरेजीदां हिन्दी वाले जो सेकुलर दिखने के लिये हिंदी में हिंगलिश और उर्दू भी ठेलते हैं; बैंगलुरू से नीचे नहीं उतरे। अब उन्हें कहना चाहिये – भाई हम हिंदुस्तानियों को बतियाना बड़ा पसंद है। इसके लिये हर भाषा में एक शब्द है – बंगला में अड्डा, उड़िया में खोट्टी, कनड्डा में हर्टे, तमिळ में अरट्टे और हिंदी में पुलियाबाजी।
वही नहीं भारत की करोड़ करोड़ जनता आपसी बतकही के लिये ह्वाट्सैपियाती रही है। गांव के घुरहू राम के पास भी उनके घिसे मोबाइल पर ह्वात्सएप्प है जिसपर उनका बम्बई से से बड़ा बेटा कभी कभी अपने और अपनी पत्नी-बच्चे के चित्र भेजता है।
घुरहू राम को भी अब अरट्टे लगा लेना चाहिये अपने स्मार्टफोन में!
मैं देखता हूं तो मेरे कॉन्टेक्ट्स में से कई लोगों ने अरट्टे डाउनलोड कर लिया है। अरट्टे फोन नम्बर के साथ साथ एक यूज़रनेम की भी सुविधा देता है – जैसा ट्विटर देता है। अत: लोग जो फोन नम्बर सार्वजनिक नहीं करना चाहते, वे भी अपने यूजरनेम से जुड़ सकते हैं। पर कोई भी व्यक्ति आपका यूजरनेम जान कर आपका मोबाइल नम्बर जान सकता है – यह गड़बड़ अभी अरट्टे में है।
खैर, जो हो, जोहो का यह अरट्टे लग अच्छा रहा है। आप भी अरट्टे अकाउंट बना लें!
तमिळ में लोग कहते हैं – अरट्टे पोड़ु। अर्थात चलो गपबाजी करें।
यहां अवधी में कहेंगे – आवअ तनी अरटियावा जाये गुरू!
अरट्टे की जय हो!


Very interesting about arattai आओ अरट्टियायें!
This chatting app needs a lot to be done. Like end to end encryption,
deletion of chat etc. One can delete complete chat like in whatsapp in
iPhone
with best wishes
Winco Batra
I would like to share this blog with my friends. Due credit will be given
to you.
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