कितना आसान है कविता लिखना?


कितने सारे लोग कविता ठेलते हैं। ब्लॉग के सफे पर  सरका देते हैं असम्बद्ध पंक्तियां। मेरा भी मन होता है; जमा दूं पंक्तियां – वैसे ही जैसे जमाती हैं मेरी पत्नी दही। जामन के रूप में ले कर प्रियंकर जी के ब्लॉग से कुछ शब्द और अपने कुछ असंबद्ध शब्द/वाक्य का दूध। क्या ऐसे हीContinue reading “कितना आसान है कविता लिखना?”

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