ब्लॉग की प्रासंगिकता बनाम अभिव्यक्ति की भंगुरता


पिछले कुछ अर्से से मैं फेसबुक और ट्विटर पर ज्यादा समय दे रहा हूं। सवेरे की सैर के बाद मेरे पास कुछ चित्र और कुछ अवलोकन होते हैं, जिन्हे स्मार्टफोन पर 140 करेक्टर की सीमा रखते हुये बफर एप्प में स्टोर कर देता हूं। इसके अलावा दफ्तर आते जाते कुछ अवलोकन होते हैं और जोContinue reading “ब्लॉग की प्रासंगिकता बनाम अभिव्यक्ति की भंगुरता”

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