भेड़ाघाट से बरेला


24 जून को सवेरे बिलहा (भेड़ाघाट) से जबलपुर के लिये निकले प्रेमसागर। उन्हें अपेक्षा थी कि उनका जैसा स्वागत सत्कार द्वादश ज्योतिर्लिंग यात्रा के दौरान जबलपुर में हुआ था, वैसा ही कुछ होगा। कम से कम वे सम्पर्क सूत्र ताजा हो जायेंगे। पर वैसा कुछ नहीं हुआ। कोई नहीं मिला। परिक्रमा नर्मदा किनारे की होतीContinue reading “भेड़ाघाट से बरेला”

बेलखेड़ा से भेड़ाघाट


23 जून को नर्मदा पदयात्रा हुई बेलखेड़ा से भेड़ाघाट। वहां रुकने का ठिकाना नहीं लहा तो बिलहा में एक लॉज में रात गुजारी। बेलखेड़ा से भेड़ाघाट की यात्रा में नेशनल हाईवे 45 पर ही लगभग पूरी दूरी चली जा सकती है। मन बहलाने को प्रेमसागर कहते हैं कि एक ठो शॉर्टकट मिल गया था। परContinue reading “बेलखेड़ा से भेड़ाघाट”

पंडित द्वारिकाप्रसाद दिघर्रा के यहां एक दिन


ध्रुव दिघर्रा का आतिथ्य और एक सरल जीवन की चाह 22 जून को प्रेमसागर ध्रुव दिघर्रा जी के साथ रहे। वे 21 की शाम – या रात ढलने पर बेलखेड़ा पंहुचे जहां हाईवे किनारे के रमाकांत नवेरिया जी और पास के गांव मातनपुर के ध्रुव दिघर्रा जी से मिलना हुआ। ये दोनो अशोक शुक्ल जीContinue reading “पंडित द्वारिकाप्रसाद दिघर्रा के यहां एक दिन”

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