समाजवादी


एक समाजवादी – एक बेशर्म, निर्लज्ज, भंगार, कबाड़गृह, या इसी तरह के अनूठे नाम के ब्लॉग का सृजक और रेगुलर पोस्ट ठेलक।

दो समाजवादीवीथिका, पगडण्डी, वातायन, गली, चौराहा जैसे नाम के ज्वाइण्ट ब्लॉग के सदस्य। उनमें एक ब्लॉग मॉडरेटर और दूसरा ब्लॉग एड्मिनिस्ट्रेटर। कोई दूसरे से कमतर नहीं।

तीन समाजवादी – एक अखिल भारतीय समत्वयुक्त जातिविरोधी महासंघ नामक राजनैतिक दल।

चार समाजवादी – दो राजनैतिक दल – 1. अखिल भारतीय समत्वयुक्त जातिविरोधी महासंघ (संगठित) और 2. अखिल भारतीय समत्वयुक्त जातिविरोधी महासंघ (असंगठित)।

पांच समाजवादी – अगले चुनाव के पहले गठित भारत का छठा मोर्चा!

उससे ज्यादा समाजवादी – आप बतायें?! Giggle 2


1. सभी समाजवादियों से अग्रिम क्षमायाचना सहित।

2. 400 वीं पोस्ट गिरते – पड़ते हो ही गयी!


Published by Gyan Dutt Pandey

Exploring village life. Past - managed train operations of IRlys in various senior posts. Spent idle time at River Ganges. Now reverse migrated to a village Vikrampur (Katka), Bhadohi, UP. Blog: https://gyandutt.com/ Facebook, Instagram and Twitter IDs: gyandutt Facebook Page: gyanfb

27 thoughts on “समाजवादी

  1. इतनी महत्वपूर्ण ४०० वीं पोस्ट हमसे कैसे मिस हो गयी । पंगा लेने के लिये बधाई । इसका अर्थ है कि सारे समाजवादियों को अकेले ही काम करने देना चाहिये, साथ में मिल बैठने की इजाजत न हो :-)एक और समस्या है कि गलती से हमारा ईमेल (स्कूल वाला) कुछ समाजवादियों के हाथ लग गया है और सब लेख पे लेख पेले जा रहे हैं । एक लेख लिखता है तो दूसरा बधाई देने के लिये भी Reply All करता है । अब कम्यूनिस्ट लोग हों तो हम सह भी लें लेकिन समाजवादी…न बाबा न 🙂

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  2. गुरु जी की चार सौंवी पोस्ट के लिये बधाई।समाजवाद पढा तो पहले भी था पर यह व्याख्या एकदम नवीन लगी।

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  3. याद आता है, ‘मन्नू भैया की बारात’ में परसाईजी ने ऐसे ही नहीं लिखा था कि दो-चार समाजवादियों को भी बारात में साथ ले चलो. बाद में उन्होंने गद्दे फाड़कर समाजवादी होने का पक्का सबूत दिया था. हाआहाहा!

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