मैं सारथी हूं


तुम्हें याद न होगा पार्थकि तुम पार्थ होमैं जन्म-जन्मांतरों मेंतुम्हारे रथ की डोरअपने हाथ में रखदिलाता रहा हूं तुम्हें विजयतुम्हारे विषाद-योग ग्रस्त होने परललकारता रहा हूंकहता रहा हूं तुम्हें दुर्बल-नपुंसकबनाता रहा हूं तुम्हें निमित्तदेता रहा हूं आश्वासनतुम्हें समीप होने कातुम्हें प्रिय होने कातुम्हें अंतत: विजयी होने काअनेक प्रकार सेअनेक रूपों मेंअनेक युगों मेंतुम्हारी उंगली पकड़ेContinue reading “मैं सारथी हूं”

अलवा-पलवा लेखन – ब्रेन इंजरी – मां सरस्वती का विधान


मेरी पत्नी मेरे हिन्दी ब्लॉग लेखन को अपने भदोहिया-बनारसी अन्दाज में अलवा–पलवा लेखन कहती हैं. अलवा-पलवा लेखन माने अण्ट-शण्ट/निठल्ला/यूंही/ उल्टे-सीधे बल्ले (या फिर हॉकी स्टिक से, और वह भी न मिले तो कपड़ा कचारने वाले पिटना) से बैटिंग नुमा लेखन ….मित्रों, यह अलवा-पलवा लेखन मेरे काम आ गया ब्रेन इंजरी रिसोर्स सेंटर से कंटेण्ट प्रयोगContinue reading “अलवा-पलवा लेखन – ब्रेन इंजरी – मां सरस्वती का विधान”

ब्रेन-इंजरी पर वेब साइट – आइये मित्रों !


मैने ब्रेन-इंजरी पर वेब साइट बनाने के लिये सहयोग मांगा था। आप में से बहुतों ने अपनी संवेदनायें और सहयोग की तत्परता व्यक्त की थी. तदुपरंत परिचर्चा में भी उस विषय पर कुछ विचार हुआ था पर बात अटक कर रह गयी थी अथॉरिटेटिव मैडीकल कन्टेन्ट के अभाव पर. सहयोग करने वाले सभी इंफर्मेशन तकनीकContinue reading “ब्रेन-इंजरी पर वेब साइट – आइये मित्रों !”

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