ब्लॉग अभिव्यक्ति का कम; रूपांतरण का माध्यम अधिक होना चाहिये


आप रोज ३०-४० ब्लॉग पढ़ते हैं। उनमें से पचास फीसदी पर तो टिप्पणी करते हैं ही। रोज आप को ऐसा कम ही मिलता है कि ब्लॉगर रूपांतरित हो रहे हों। एक ब्लॉगर संवेदनशील कवि है, तो वह उसी संवेदना की कवितायें ठेलता जाता है। फुरसतिया समय की कमी के बावजूद रूपांतरित नहीं होते। उनके दिमागContinue reading “ब्लॉग अभिव्यक्ति का कम; रूपांतरण का माध्यम अधिक होना चाहिये”

पिछले एक महीने में सर्वाधिक पढ़ी गयी पोस्टें


पिछले ३० दिनों में सर्वाधिक पढ़ी जाने वाली मेरी ब्लॉग पोस्टें, जैसा फीडबर्नर ने सम्पादित किया है; निम्न हैं:  १. अहिन्दी भाषी श्री जी. विश्वनाथ का परिचय…२. अशोक पाण्डेय, उत्कृष्टता, खेतीबाड़ी और द…३. iGoogle से ब्लॉगस्पॉट में पोस्टिंग का ग…४. मिलिये स्वघोषित भावी प्रधानमन्त्री से!५. बंदर नहीं बनाते घर – क्या किया जाये? ६. जेफ्रीContinue reading “पिछले एक महीने में सर्वाधिक पढ़ी गयी पोस्टें”

आपकी इनडिस्पेंसिबिलिटी क्या है मित्र?!


कोई मुश्किल नही है इसका जवाब देना। आज लिखना बन्द कर दूं, या इर्रेगुलर हो जाऊं लिखने में तो लोगों को भूलने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। कई लोगों के ब्लॉग के बारे में यह देखा है।वैसे भी दिख रहा है कि हिन्दी में दूसरे को लिंक करने की प्रथा नहीं है। सब अपना ओरीजनलContinue reading “आपकी इनडिस्पेंसिबिलिटी क्या है मित्र?!”

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