किसका भय है हमें? कौन मार सकता है? कौन हरा सकता है? कौन कर सकता है जलील? आभाजी के ब्लॉग पर दुष्यंत की गजल की पंक्तियां: पुराने पड़ गए डर, फेंक दो तुम भी ये कचरा आज बाहर फेंक दो तुम भी । मुझे सोचने का बहाना दे देती हैं। दैवीसम्पद की चर्चा करते हुयेContinue reading “भय विहीन हम”
Monthly Archives: Dec 2008
हेप्योनैर निवेशक बनें आप!
अगर आपने वारेन बफेट, पीटर लिंच और रॉबर्ट कियोसाकी को कवर से कवर तक पढ़ा है और रिवीजन भी किया है, तो भी मैं इस पुस्तक को लेने और पढ़ने की सलाह दूंगा। यह है योगेश छाबरीया जी की पुस्तक – हैप्योनैर की तरह निवेश कैसे करें। हेप्योनैर की तरह निवेश कैसे करें ”मजेदार, रोचकContinue reading “हेप्योनैर निवेशक बनें आप!”
वर्तमान पीढ़ी और ऊब
सृजन की प्रक्रिया धीमी और श्रमसाध्य होती है। और जो भी धीमा और श्रमसाध्य होता है उसमें ऊब होती है। पहले की पीढ़ियां ऊब को झेल कर भी कार्यरत रहने में सक्षम थीं। पर आजकल लोग ऊब से डरते हैं। नौजवानों को अकेलेपन से डर लगता है। उन्हें पुस्तकालय में समय काटना हो तो वेContinue reading “वर्तमान पीढ़ी और ऊब”
