1000 शब्द प्रति दिन


एक बच्चे को पढ़ाने से अच्छा कोई मानसिक व्यायाम नहीं हो सकता। उसमें आपके ज्ञान, धैर्य, बच्चे के कहे, अनकहे को समझना और उसके लिये एक रोल मॉडल के पैमाने पर खरा उतरना – यह सब करना होता है।

ईंटवा का गंगा तट


लगता है ये मछलियां गंगा के जल में बह कर आगे नहीं निकल जातींं। यहीं रहती हैं। गंगा किनारे की मछलियां। मैं सोचता था कि जो जल में है सब बहता है। सब यात्रा पर है। पर वैसा नहीं है। कुछ जलचर भी एक ही जगह रहते हैं।

तिरंगा और जलेबी


मेरी जलेबी ठण्डी न हो जाये, इसलिये घर पंहुचने की जल्दी थी। अन्यथा इस राष्टीयता के बाजर की चहल पहल को और इत्मीनान से देखता।

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