रवि रतलामी ने अपने लेख ’हनी, आई श्रंक द पिक्स’ मे यह कहा है कि मैने लगभग १०० केबी के चित्रों का प्रयोग किया है और वह - "आवश्यकता से 10 गुना अधिक रिसोर्स का प्रयोग किया गया है जो चिट्ठाकार के लिए भी ठीक नहीं है और उसके पाठकों के लिए भी." (रवि केContinue reading “रविरतलामी जी ब्लॉगर.कॉम मूर्ख नहीं है”
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कैसे लाऊं जिप्सियाना स्वभाव
छब्बीस दिसम्बर को मेरा दफ्तर इलाहाबाद में सिविल लाइन्स से बदल कर सुबेदारगंज चला गया। महाप्रबंधक कार्यालय का उद्घाटन तो पिछले महीने ही हो गया था। मेरे दफ्तर का शिफ्टिंग अब हुआ। बड़ी आलीशान इमारत है नये दफ्तर की। खुला वातावरण। पर मैं अवसादग्रस्त हो गया हूं। नयी जगह पर अटपटा लग रहा है। ट्यूबContinue reading “कैसे लाऊं जिप्सियाना स्वभाव”
मेरा घर का कम्प्यूटर और संचार नेटवर्क
हर एक ब्लॉगर अपना घर का स्टडी टेबल और कम्प्यूटर सिस्टम जमाता होगा। मेरा अध्ययन तो सामान्यत: बिस्तर पर होता है। पर कम्प्यूटर और संचार (कम्यूनिकेशन) का सिस्टम मेज कुर्सी पर काफ़ी सीमा तक मेरी व्यक्तिगत और सरकारी आवश्यकताओं को ध्यान में रख कर बना है। रेलवे की कार्यप्रणाली चाहती है कि हम रेल कीContinue reading “मेरा घर का कम्प्यूटर और संचार नेटवर्क”
