श्री पंकज अवधिया ने मुझे मीनाक्षी जी का चित्रों पर वाटरमार्क के लिंक बताने के लिये आग्रह करने वाला ई-मेल फार्वर्ड किया है। आप इस सन्दर्भ में पिक्चर शार्क (Picture Shark) नामक फ्रीवेयर से यह सुविधा पा सकते हैं। यह 0.795 MB का सॉफ्टवेयर लिंक पर जा कर अपने कम्प्यूटर पर इंस्टाल करलें। इसे खोलनेContinue reading “वाटर मार्क लगाने का सॉफ्टवेयर”
Monthly Archives: Mar 2008
खरपतवार बनाम खरपतवार नाशक
पंकज अवधिया जी इतना व्यस्त होते हुये भी समय पर लिख कर अपना लेख मुझे भेज देते हैं। और उनके लेखों में विविधता-नयापन बरकरार रहता है। इस बार भी उन्होंने बिल्कुल समय पर अपना आलेख भेज दिया। मैने उनके पिछले आलेख के पुछल्ले के रूप में गेंहूं के खेत का एक चित्र लगा दिया था।Continue reading “खरपतवार बनाम खरपतवार नाशक”
किल्लत का अर्थशास्त्र चल रहा है क्या?
कोटा-परमिट राज का जमाना था। तब हर चीज का उत्पादन सरकार तय करती थी। सरकार इफरात में नहीं सोचती। लिहाजा किल्लत बनी रहती थी। हर चीज की कमी और कालाबाजारी। उद्यमिता का अर्थ भी था कि किसी तरह मोनोपोली बनाये रखा जाय और मार्केट को मेनीप्युलेट किया जाय। खूब पैसा पीटा ऐसे मेनीप्युलेटर्स ने। परContinue reading “किल्लत का अर्थशास्त्र चल रहा है क्या?”
