शेयर मार्केट धड़ाम


उधर चिदंबरम जी बजट भाषण की तैयारी कर रहे थे, इधर शेयर मार्केट दुबला हुआ जा रहा था. मुन्ना का कहना सही है – भैया, बहुत से दिन सांड़ों के होते हैं; कभी कभी तो भालुओं की भी चांदी कटनी चाहिये. मुन्ना धुर आशावादी है. मैं शेयर मार्केट के बारे में बात कर आशावाद का टानिक उससे लेता हूं. मेरा शेयर मार्केट में ज्यादा स्टेक नहीं है, सो थोडा बहुत तात्कालिक घाटा आशावाद के टानिक के लिये अच्छा है. मुन्ना से बात कर मैं अपने स्टॉक की नैसर्गिक मजबूती के बारे में आश्वस्त हो कर ’मस्त’ हो जाता हूं. बजट की चीर फाड़ की जहमत नहीं उठाता.

चीनी के शेयर अर्से से धडाम हैं. मुझे शरद पवार की सेहत की सलामती और एथेनाल की स्टोरी पर भरोसा है. मुझे यह भी भरोसा है कि देर सबेर पेट्रोल के दाम बढेंगे ही. चीनी भी कब तक कड़वी रहेगी. इसी तरह टाटा का कोरस का सौदा भी रंग लायेगा. हीरो होण्डा की बाइक बिकेगी. महाराष्ट्र स्कूटर की जमीन चमकेगी….

शेयर बाजार धड़ाम होता है, चढने के लिये. असली चीज आशावाद है. मैं मुन्ना का टानिक लेना छोड़ूंगा नहीं.

(फोटो – २८ फरवरी का गंगा तट पर आशावादी सवेरा)


Published by Gyan Dutt Pandey

Exploring rural India with a curious lens and a calm heart. Once managed Indian Railways operations — now I study the rhythm of a village by the Ganges. Reverse-migrated to Vikrampur (Katka), Bhadohi, Uttar Pradesh. Writing at - gyandutt.com — reflections from a life “Beyond Seventy”. FB / Instagram / X : @gyandutt | FB Page : @gyanfb

One thought on “शेयर मार्केट धड़ाम

  1. हिन्दी चिट्ठाकारी में आपका अभिनन्दन है।आपके ब्लाग को पढ़कर आशा की नयी किरणे फूट रही हैं। आपके लेखों को पढ़ने के बाद ऐसा लग रहा है कि आप हिन्दी ब्लागजगत को अर्थ-सम्बन्धी विचारपूर्ण लेखों की भेंट देने में सक्षम हो सकते हैं।

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